Thursday 1 December 2011

टीमवर्क! मानवता!! समानता!! और प्यार!!!


सफल लोगों को दूसरों की मदद करनी चाहिए !


यह घटना  एक खेल स्टेडियम की है . आठ बच्चे रेस में भाग लेने के लिए पटरी पर खड़े थे.


* तैयार! स्थिर *! * बैंग!!
खिलौना पिस्तौल की आवाज के साथ, सभी आठ लड़कियों ने चलना शुरू कर दिया. शायद ही उन्होंने  दस से पंद्रह कदम को कवर किया होगा , एक छोटी लड़की फिसल गयी और नीचे गिर गयी ,दर्द और घाव की वजह से 
उसने रोना शुरू कर दिया .


जब अन्य सात लड़कियों ने जब उसकी आवाज सुनी, उन्होंने दौड़ना बंद कर दिया, थोड़ी देर तक वे खड़ीं रहीं और फिर वापस  वे सब उस जगह आ गयीं जहां लड़की  नीचे गिरी हुई थी . उनमें से एक ने उसे उठाया और लड़की को माथे पर धीरे से चूमा और पूछा 'अब दर्द कम हो गया होगा न '.


सभी सात लड़कियों ने उस लड़की को उठा लिया, उसे शांत किया और उसके आँसूं पौछे , उनमें से दो लड़कियों ने मजबूती से अपने कन्धों के बल उसे थाम लिया और सातों के  हाथ एक साथ शामिल हो गए और एक साथ चला गया और जीत के पद पर एक साथ पहुंचा गया .


अधिकारी हैरान थे. स्टेडियम दर्शकों की हजारों तालियों से गूँज उठा शायद उनकी तालियों की आवाज भगवान तक पहुंची होगी ,कई लोगों की आँखें आँसुओं से भर गयीं .


हाँ. यह घटना  हैदराबाद [भारत] में हाल ही में हुई! खेल मानसिक स्वास्थ्य राष्ट्रीय संस्थान  [NIMH] द्वारा आयोजित किया गया था. इन सभी विशेष लड़कियों को इस घटना में भाग लेने के लिए बुलाया गया था और वे सभी मंद बुद्धि वाले बच्चे हैं. हाँ, वे मानसिक रूप से मंद थे.
क्या ये उन्होंने इस दुनिया को पढ़ाने के लिए किया था ? टीमवर्क! मानवता!! समानता!! और प्यार!!!


 सफल लोगों को दूसरों की मदद करनी चाहिए , जो सीखने में मंद हैं , ताकि वे ज्यादा पीछे नहीं छूट जाएँ ....

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